नागपुर ब्यूरो : राष्ट्रीय रक्षा उत्पादन अकादमी, अंबाझरी, नागपुर में भारतीय आयुध निर्माणी सेवा 2019 बैच के 34 सहायक कार्य प्रबंधक अधिकारियों के सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण करने पर 22 नवंबर, 2020 को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया ।
मुख्य अतिथि सी.एस.विश्वकर्मा, महानिदेशक एवं अध्यक्ष, आयुध निर्माणी बोर्ड, कोलकाता ने दीप प्रज्वलित करते हुए दीक्षांत समारोह का शुभारंभ किया। अपने दीक्षांत संबोधन में युवा अधिकारियों का इस संगठन में स्वागत किया। उन्हें प्रेरित करते हुये कहा कि, वर्तमान समय में भारत सरकार ने देश को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है जिसके तहत आयुध के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनते हुये विदेशो पर की निर्भता को कम करने का निर्णय लिया है। आप सभी को बदलते परिवेश के साथ सामंजस्य स्थापित करना है और तकनीकी क्षेत्र में अद्यतन रहते हुये ग्राहकों की आवश्यकताओं कों पूरा करना है। हमें स्पर्धात्मक बने रहना है न सिर्फ तकनीकी में बल्कि कोस्ट में भी। और विश्व बाजार में अपनी भव्य प्रतिष्ठा स्थापित करनी है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के हाथों पत्रिका सामर्थ्य का विमोचन किया गआया। एस.के.पट्टनायक, प्रधान निदेशक रा.र.उ.अ ने अपने स्वागत संबोधन में इतने कठिन समय मे भी आमत्रंन स्वीकार कर दीक्षांत समारोह का आथित्य स्वीकार करने के लिये मुख्य अतिथी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होने परिविक्षाधिन अधिकारियों को आगामी भविष्य के लिये तीन मंत्र दिये सतत सिखना, अपने आप को विकसित करना और अपना योगदान देते रहना।
कार्यक्रम में आयुध निर्माणियों, संबद्ध संस्थापनाओं के वरिष्ठ अधिकारियों, सिविल प्राधिकारी शामिल हुए जिसमें सी.एल.मौर्य, महाप्रबंधक, आ.नि.अंबाझरी, मुकुल कुमार गर्ग, प्रधान निदेशक, आ.नि.शि.सं.अंबाझरी, एन.इक्का, क्षेत्रीय निदेशक, क्षे.सं.नियंत्रणालय, डॉ.नरेन हसंदा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, आ.नि.अस्पताल, अंबाझरी आदि उपस्थित थे।
के.एल.विश्वकर्मा, पाठ्यक्रम निदेशक, ने परिवीक्षाधीन अधिकारियों की दिये गए प्रशिक्षण की संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत की। साथ ही गणेश दोंड, स.का.प्र. एवं श्री संभाजी पवाले, स.का.प्रबंधक ने पाठ्यक्रम एवं परिवीक्षाकाल बाबत अपने विचार प्रस्तुत किये।
मुख्य अतिथि ने पास करने वाले अधिकारियों को स्मृति चिह्न तथा प्रमाणपत्र प्रदान किये। उन्होंने बैच के उत्कृष्ट परिवीक्षाधीन अधिकारियों को विशेष पुरस्कार दिए। अमन हरलालका को प्रथम उत्कृष्ट परिवीक्षाधीन पुरस्कार तथा डी.जी.ओ.एफ.ट्राफी तथा प्रियम सिंह को द्वितीय उत्कृष्ट परिवीक्षाधीन पुरस्कार तथा एन.ए.डी.पी. ट्राफी प्रदत्त की गयी।
के.एल.विश्वकर्मा, निदेशक ने सभी के प्रति आभार प्रदर्शित किया। परिवीक्षाधीन अधिकारी अमन हरलालका और सुश्री संगीता मिणा ने अपने उत्कृष्ट सुत्र संचालन से समस्त श्रोताओं को बांधे रखा। दीक्षांत समारोह के पश्चात् नागपुर की सुप्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगन श्रीमंती अवंती काटे, त्रिवेदा कला निकेतन, ललित कला संस्थान, नागपुर की शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुति ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।