नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, उम्मीद है, सांसद एकजुट होकर संदेश देंगे कि देश सेना के वीर जवानों के साथ है. हमारी सेना के वीर जवान सीमा पर डंटे हुए है. कुछ समय के बाद बर्फ़बारी भी शुरू होगी. विशिष्ट वातावरण में संसद का सत्र आरम्भ हो रहा है. कोरोना भी है और कर्तव्य भी है. हमारे सांसदों ने कर्तव्य को स्वीकार किया. इस सत्र में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय होंगे. हमारा अनुभव है कि जितनी ज्यादा संसद में चर्चा होती है उतना देश को फायदा होता है.
May the upcoming Parliament Session be a productive one. https://t.co/OKM4uTVnUG
— Narendra Modi (@narendramodi) September 14, 2020
मानसून सत्र में हिस्सा लेंगे फारूक अब्दुल्ला
लोकसभा सांसद और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला आज (सोमवार) से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र में शामिल होने के लिए रविवार को यहां पहुंचे. जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाए जाने के बाद उनकी राष्ट्रीय राजधानी की यह पहली यात्रा है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष पिछले दो सत्रों के दौरान हिरासत में थे.
23 विधेयक पेश होंगे
कोरोना संकट के बीच संसद में आज से 18 दिनों के मानसून सत्र की शुरुआत हुई. कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए सदन में सत्र के दौरान कई चीजें पहली बार हो रही हैं. जैसे कि दोनों सदनों की बैठक सुबह-शाम की पालियों में होंगी. सत्र के दौरान 23 विधेयक पेश होंगे इस बार एक भी अवकाश शामिल नहीं है. संसद परिसर में चुनिंदा लोगों को प्रवेश की अनुमति है. इसके अलावा सदन के परिसर में दाखिल होने से पहले कोविड-19 संक्रमण नहीं होने की पुष्टि वाली रिपोर्ट का होना अनिवार्य है, इसके अलावा मास्क पहनना सभी के लिए जरूरी है. बताते चलें कि सत्र के प्रारंभ से पहले सांसदों और संसद कर्मचारियों समेत 4,000 से अधिक लोगों की कोरोना जांच कराई गई है.
संसद सत्र की ख़ास बातें-
- मानसून सत्र में भारत-चीन सीमा पर गतिरोध, कोरोनावायरस महामारी से निपटने और आर्थिक स्थिति जैसे मुद्दे छाए रहने की संभावना है. विपक्षी पार्टियां इन सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कराना चाहती हैं, वहीं सरकार की नजर करीब दो दर्जन विधेयकों को पारित कराने पर है.
- विपक्षी दलों ने कोरोना से निपटने, अर्थव्यवस्था की स्थिति और लद्दाख में सीमा पर चीनी आक्रामकता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार को घेरने का फैसला किया है. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने लोकसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में कार्यमंत्रणा समिति की पहली बैठक में इन मांगों को उठाया लेकिन चर्चाओं के लिए अब तक समय नहीं दिया गया है.
- राज्यसभा में उपसभापति पद के लिए चुनाव होगा, जबकि लोकसभा में ‘होम्यौपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक 2020′ और ‘भारतीय औषधि केंद्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक 2020′ को रखा जाएगा.
- लोकसभा के लिए कार्यमंत्रणा समिति की बैठक एक बार फिर 15 सितंबर को होगी. इसमें पहले सप्ताह के लिए कार्य को लेकर मुद्दों पर चर्चा होगी. कांग्रेस ने राज्यसभा की कार्यमंत्रणा समिति में भी इसी तरह की मांग की. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और मौजूदा तथा पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि दिए जाने के साथ दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होगी. श्रद्धांजलि के बाद सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी जाएगी.