नागपुर ब्यूरो : महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह के आरोपों को झूठा करार देते हुए यह कहा है कि खुद को बचाने के लिए सिंह ने उन्हें और महा विकास आघाडी सरकार को बदनाम करने की साजिश रची है.
गृहमंत्री अनिल देशमुख ने परमवीर सिंह को लेकर कुछ सवाल खड़े किए हैं और उनका यह कहना है कि इस पर से यह साबित हो जाता है कि परमवीर सिंह झूठ बोल रहे हैं.
- सचिन वाजे को गिरफ्तार किए जाने के इतने दिन बाद परमवीर सिंह बोल रहे हैं उन्होंने यह बात पहले ही क्यों नहीं बताई?
- 17 मार्च को सिंह को पुलिस आयुक्त पद से हटाया जाएगा यह बात समझ आ चुकी थी इसीलिए 16 मार्च को एसीपी पाटिल को व्हाट्सएप चैट के माध्यम से उन्होंने कुछ सवाल पूछे। इसी को सबूत के तौर पर उन्होंने पेश किया है.
- 18 मार्च को लोकमत के एक कार्यक्रम में मैंने परमवीर सिंह के खिलाफ गंभीर मामले उजागर होने पर उन्हें पद से हटाने की बात कही थी. इसीलिए सिंह ने 19 मार्च को व्हाट्सएप पर सबूत बनाने की कोशिश की है.
- पुलिस विभाग में सभी को यह बात पता है कि सचिन वाजे और एसीपी संजय पाटिल यह परमवीर सिंह के काफी करीबी थे. 16 साल तक निलंबित वाजे को सेवा में लाने का निर्णय परमवीर सिंह ने अपने अधिकार क्षेत्र में लिया था.
- परमवीर सिंह ने जो आरोप लगाए हैं वह झूठे हैं. मेरी चुनौती है कि वह अपने आरोपों को सिद्ध करें। मैं उनके खिलाफ मानहानि का मामला दायर करने जा रहा हूं.
- खुद को बचाने के लिए परमवीर सिंह झूठे आरोप लगा रहे हैं. सचिन वाजे ने अगर फरवरी में सिंह से मुलाकात कर यह बात कही थी तो उन्होंने उसी समय यह जानकारी उजागर क्यों नहीं की?
- विस्फोटक मामले में फसने की आशंका से परमवीर सिंह झूठे आरोप लगाकर सरकार को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं. विस्फोटक प्रकरण और मनसुख हिरेन की मृत्यु मामले की जांच भटकाने की यह साजिश है.
- राज्य के मुख्यमंत्री परमवीर सिंह द्वारा किए गए आरोपों की निष्पक्ष जांच कराएं।