गोरखपुर ब्यूरो : गरीबी कभी भी किसी प्रतिभा को आगे बढ़ने से रोक नहीं सकती. कुछ रुकावटें जरूर पैदा करती है, पर अगर हौसला हो तो उसे भी आसानी से पार पाया जा सकता है. अगर हिम्मत है तो कोई भी मंजिल दूर नहीं. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है गोरखपुर में एक लड़के ने, जिसके पिता चाट का ठेला लगाकर परिवार का जीवन यापन करते हैं.
सोमवार को जेईई मेन का रिजल्ट आने के बाद गोरखपुर के विजय गुप्ता के परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई जब उन्हें यह पता चला कि उनके बेटे विवेक गुप्ता ने जेईई मेन की परीक्षा में 99.91 परसेंटाइल हासिल किया है. बिहार के मूल निवासी और यहां बशारतपुर में किराए के मकान में रहने वाले विवेक के पिता बशारतपुर में ही चाट का ठेला लगाते हैं. इसी से उनके परिवार का खर्च चलता है. बेटे को इंजीनियर बनाने के लिए उन्होंने मेहनत की, पर उम्मीद नहीं खोई.
किराए के मकान में रहने के बावजूद विजय ने अपने बेटे के लक्ष्य के रास्ते में कोई दिक्कत नहीं आने दी. हालांकि उसके लिए उन्हें कर्ज भी लेना पड़ा, लेकिन हिम्मत नहीं हारी. वहीं मां फूल कुमारी का कहना है कि आज मेरे लिए बहुत बड़ी खुशी का दिन है. मेरी पूंजी मेरे ये तीनो बेटे है, तीनों बेटे ही पढ़ाई में अव्वल हैं. इन बच्चों के लिए मैं अपनी सारी खुशियां त्यागने को तैयार हूं.
विवेक के बड़े भाई धीरज ने बताया कि हम तीन भाई हैं, विवेक सबसे छोटा है. पूरे परिवार ने विवेक के लिए बहुत त्याग किया है. आर्थिक तंगी का असर कभी भी विवेक की पढ़ाई में नहीं आने दिया. वहीं विवेक ने अपनी सफलता का श्रेय पूरे परिवार को दिया और कहा कि सफलता में मेरे माता-पिता के साथ मेरे बड़े भाइयों का भी बहुत बड़ा योगदान है.