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हेल्थ इस वेल्थ : “चेंज द गियर” ग्रुप साइकिलिंग कर दे रहा हैं फिट रहने का संदेश

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कोरोना काल में साइकिल का चलन इतना बढ़ गया है कि अब हर कोई साइकिल को थामने लगा है. लोग गाड़ी छोड़ साइकिल चलाते हुए नजर आ रहे हैं. इससे एक ओर तो पर्यावरण संतुलित हुआ है साथ ही लोगों का शरीर भी फिट हो रहा है. इसी उद्देश्य से नागपुर में रहने वाले कुछ लोगों ने अपना “चेंज द गियर” (Change the Gear) नाम का एक ग्रुप बनाकर साइकिलिंग शुरू कर दी है. ये ग्रुप औरों को भी फिटनेस और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित कर रहा है.

अपनी फिटनेस के लिए पहले साइकिलिंग शुरू की थी लेकिन अब ये लोग अपने घर व आसपास रहने वाले लोगों को भी साइकिलिंग के लिए प्रेरित कर रहे हैं और सभी को फिट रहने का संदेश दे रहे हैं. “चेंज द गियर” ग्रुप में डॉ. सुशांत चंदावार, डेसिग्नो ग्रुप के संचालक नितिन चंदावार, ई- पाठशाला स्कूल के संचालक सतीश कुंदनवार, डॉ. मेघश्याम अंजनकर, आशीष शाहू, रोमल जैस्वाल, रोमित जैस्वाल, राहुल जैन, अविनाश एंथोनी आदि साइकिलिस्ट शामिल है.

साइकिलिंग के अनगिनत फायदे

ई- पाठशाला स्कूल के संचालक सतीश कुंदनवार बताते है कि वो अपने जीवन में फिटनेस को लेकर बेहद गंभीर है. जिम में नियमित रूप से व्यायाम करते है. लेकिन व्यायाम की तुलना में साइकिलिंग के अनगिनत फायदे है. इसीलिए उन्होंने अपना ग्रुप बनाकर साइकिलिंग आरम्भ की है. आज उनका ग्रुप रोजाना 30-35 किमी की साइकिलिंग करता है. करीबन डेढ़ घंटे की साइकिलिंग में उनकी लगभग 1000 के आसपास कैलोरीज़ बर्न हो रही है. दूसरा फायदा ये हो रहा है कि सुबह की फ्रेश हवा और शुद्ध ऑक्सीजन भी सेहत को तरोताजा कर रही है.

फिट रहने के लिए साईकिल चलाना जरुरी

डॉ. सुशांत चंदावार ने बताया कि उनका साइकिल थामने का उद्देश्य स्वास्थ्य व पर्यावरण के लिए प्रति योगदान देना है. उन्होंने कहा कि वह अपने स्वास्थ्य का बहुत ख्याल रखते हैं, कोरोना के दौरान अपनी अस्पताल से जुडी जिम्मेदारियों का निर्वाह करने के साथ ही उन्हें लगा कि अपने फिटनेस को भी गंभीरता से लेना चाहिए. उन्होंने साइकिल चलाने का विचार बनाया और अपने साथी और परिजनों को भी साइकिल चलाने के लिए प्रेरित किया.

साइकिल चलाएं और बीमारियां दूर भगाएं
  1. दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.
  2. इससे धड़कन तेज होती है और ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है.
  3. साइकिल चलाने से पैरों की अच्छी एक्सरसाइज हो जाती है.
  4. इससे पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं.
  5. रोजाना साइकिल चलाने से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है.
  6. नियमित रूप से साइकिल चलाने वालों को अवसाद की शिकायत होने की आशंका बहुत कम होती है.
  7. वजन घटाने के लिए साइकिल से बेहतर कोई एक्सरसाइज नहीं.
  8. फिट और एक्टिव बॉडी रोजाना के कामों को पूरा करने के लिए ही साइकिल चला सकते हैं.
  9. ये छोटी सी कोशिश आपको व्यायाम जितना फायदा पहुंचाएगी.
साइकिलिंग के ये भी फायदे समझिये-

डॉक्टर के अनुसार अगर आपका वजन 60 किलो है और आप 30 मिनट में 20 किमी की दूरी तय करते हैं तो आप लगभग 500 कैलोरी बर्न करेंगे. अगर आप इतनी ही देर में 10 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं तो 252 कैलोरी बर्न होगी. इसलिए उठाएं साइकिल और आप भी निकल जाएं सैर पर, अपनी फिटनेस और तनाव रहित लाइफ के लिए…

साइकिलिंग तनाव से दिलाए राहत

डॉक्टर्स कहते है कि नियमित रूप से साइकिल चलाने वालों को बहुत कम डिप्रेशन की शिकायत होती है. असल में डिप्रेशन कहीं न कहीं हमारी खराब सेहत की वजह होता है. खुद को फिट एंड एक्टिव रखने का यह एक आसान तरीका है. आप जब कभी खुद को स्ट्रेस में महसूस करें तब भी आप साइकिलिंग पर निकल सकते हैं, इससे आपको खुद में बहुत ज्यादा बदलाव महसूस होने लगेगा.


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