देश के ज्यादातर हिस्सों में इनदिनों प्याज की कीमत 45-50 रुपए पहुंच गई है। यही सप्ताह भर पहले 20 -25 रुपए प्रति किलो के हिसाब से मिल रही थी। सब्जी मार्किट से जुड़े लोग कहते है कि, दो सप्ताह तक सिर्फ टमाटर और बाकी हरी सब्जियों के रेट में बढ़ोतरी देखी जा रही थी, लेकिन इस समय प्याज के भाव बढ़ गए हैं। कई शहरों में तो रिटेल में इस समय प्याज 60 से 80 रुपए किलो के भाव पर भी बिक रहा है। कई इलाको से ये भी शिकायते मिलने लगी है कि, जो प्याज वो खरीद भी रहे है वो ज्यादातर सड़ी हुई होती है.
प्याज की निर्यात बंदी हटाने की मांग
कांदा -बटाटा -लहसुन -अदरक आढतिया वेल्फेयर एसोसिएशन, कलमना बाजार नागपुर के पूर्व अध्यक्ष जयप्रकाश वसानी ने सरकार से मांग की है कि प्याज पर लगाई गई निर्यात बंदी तुरंत हटाई जाए. उनका कहना है कि प्याज के दामों पर नियंत्रण रखने के लिए प्याज का निर्यात जारी रखना बेहद जरुरी है. उन्होंने अपने मांग पत्र की प्रति सरकार को भी भेजी है.
बीपीएल खातों में प्याज के लिए राशि डाले सरकार : वसानी
जयप्रकाश वसानी ने सरकार से ये भी कहा है कि आज जब प्याज के दाम आसमान छूने लगे है तो गरीब परिवारों के बारे में सोचने की जरुरत है. उनका कहना है कि, एक परिवार को अमूमन एक माह में 5 किलो तक प्याज लगती है. प्याज के दाम बढ़ने से घर का बजट बिगड़ जाता है. उन्होंने बीपीएल परिवारों के लिए सरकार को सुझाव दिया है कि सरकार बीपीएल परिवारों के बैंक खाते में एक माह के प्याज की अधिक रेट की खरीद के अंतर का पैसा जमा कराएं. इन परिवारों का एक माह का बजट कम से कम 100 से 125 रुपये से बढ़ रहा है. अगले माह अगर प्याज के और रेट बढ़ते है तो बीपीएल परिवारों को ये पैसा और ज्यादा देना चाहिए.
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