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कोविड-19 : पोस्ट कोविड में केयर नहीं, तो और बीमारियों का है डर

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नई दिल्ली : जितना डर और चिंता पहले कोरोना संक्रमण (Coronavirus infection) की थी, अब उतनी ही परेशानी कोविड से ठीक होने के बाद भी देखी जा रही है. डॉक्टरों का कहना है कि पोस्ट कोविड (post covid care) हार्ट और लंग्स में सबसे ज्यादा असर कर रहा है. इसका समय पर इलाज नहीं कराना जानलेवा भी हो सकता है. कई बार कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों के लंग्स में फाइब्रोसिस बनने लगता है. इससे सांस लेने में दिक्कत होती है. ऐसे मरीजों का समय पर इलाज नहीं होने से लंग्स लंबे समय तक प्रभावित रहते हैं और कई मरीजों में यह दिक्कत हमेशा के लिए रह जाती है.

वायरस से कितना नुकसान हुआ, बाद में पता चलता है

डॉक्टरों की माने तो कोरोना संक्रमित मरीज कुछ दिन बाद ठीक हो गया, इसका मतलब है कि उसमें वायरस अब नहीं है. लेकिन वायरस जब बॉडी के अंदर गया तो उससे कितना नुकसान हुआ, यह बाद में पता चलता है. मरीज तो कोविड निगेटिव हो गया, लेकिन वायरस ने जो नुकसान किया, उसे सही होने में ज्यादा समय लगता है. अगर किसी के हार्ट में दिक्कत हुई, तो उसे ठीक होने में समय लगता है. इसी प्रकार लंग्स, किडनी और दूसरे अंगों को ठीक होने में समय लगता है.


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वायरस की वजह से बन जाता है फाइब्रोसिस 

डॉक्टर ये भी कहते है कि एक इंसान एक मिनट में 15 बार सांस लेता है, अगर वह 18 बार लेता है, तो इसका मतलब है कि उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है. किसी ने 20 से 25 बार लिया, तो इसका मतलब है कि उसका लंग्स, सांस को अपनी क्षमता के अनुसार साफ नहीं कर पा रहा है. इसकी वजह से हार्ट को ज्यादा पंप करना पड़ रहा है. यह तब होता है, जब पोस्ट कोविड किसी मरीज के लंग्स में वायरस की वजह से फाइब्रोसिस बन जाता है. सामान्य भाषा में कहें, तो लंग्स में निमोनिया हो जाता है.

पोस्ट कोविड में भी आराम जरुरी

इस बारे में एक्सपर्ट डॉक्टर यह कहते है कि पोस्ट कोविड के मरीजों को भी आराम करने की जरूरत है। जिस प्रकार संक्रमित मरीज को आराम चाहिए, उसी तरह पोस्ट कोविड के बाद कम से कम 14 दिनों तक आराम की जरूरत है। क्योंकि कई मरीजों में वायरस का असर बॉडी के दूसरे अंगों पर भी होता है। मरीज अगर एसिम्टोमेटिक भी है, तो कोरोना से ठीक होने के बाद उसकी ब्लड जांच की जानी चाहिए। देखा जाना चाहिए कि उसकी बॉडी के अन्य पैरामीटर पर इस वायरस का कैसा असर हुआ है। इससे पोस्ट कोविड मैनेजमेंट बेहतर हो सकेगा।