कोरोना की तीसरी लहर के बीच आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करेंगी। महामारी के दौरान लोगों की जिंदगी भी बदली है और जरूरतें भी। ऐसे में इस बजट से उम्मीदें भी अलग ही हैं। तो महामारी के दौर में पेश किए जा रहे बजट की बातें इसी दौर की भाषा में करते हैं।
सबसे बड़ी उम्मीद है इनकम टैक्स की राहत वाली वैक्सीन की यानी टैक्स फ्री इनकम का दायरा बढ़ाना। महामारी के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित हुए किसान, छोटे-मंझोले व्यापारी और टूरिज्म सेक्टर को स्पेशल पैकेज के ऑक्सीजन की आस है।
ये मोदी सरकार का 10वां और निर्मला सीतारमण का चौथा बजट है। इस बजट से आपकी उम्मीदों पर एक सर्वे किया। पूछा कि आप सीतारमण से किस बारे में ज्यादा सुनना चाहेंगे और किस पर कम। सबसे ज्यादा बात इनकम टैक्स की ही हो रही है। लोग चाहते हैं कि टैक्स फ्री इनकम का दायरा बढ़ाया जाए। 2014 में इनकम टैक्स की छूट 2 लाख से बढ़ाकर ढाई लाख की गई थी। इसके बाद यह नहीं बदली। 2020 में नई व्यवस्था आ गई, इसे ज्यादा लोगों ने अपनाया नहीं, इसमें सेविंग्स पर छूट नहीं थी।
ज्यादातर नौकरीपेशा आजकल वर्क फ्रॉम होम कल्चर में ढल चुके हैं, भले वे सरकारी हों या फिर निजी कंपनी के वर्कर्स। उनका कहना है कि घर पर बिजली, इंटरनेट, सेटअप में खर्च होता है। ऐसे में उन्हें स्पेशल छूट की उम्मीद है। दूसरी उम्मीद 80C का दायरा बढ़ाए जाने की है, जो 2014 के बाद नहीं बढ़ा है।
- 80C यानी पेंशन स्कीम, बच्चों की फीस में 1.5 लाख की छूट
- 80C में 1.5 लाख की छूट, इसे 3 लाख करने की डिमांड
- 82% वर्कफ्रॉम होम वर्कर दफ्तर नहीं आना चाहते
- वर्क फ्रॉम होम वर्कर्स को स्पेशल अलाउंस दिया जा सकता है
चुनावी साल है और इससे पहले ही दिल्ली में किसानों का आंदोलन खत्म हुआ है। बजट में भी किसानों को उम्मीदें कुछ ज्यादा हैं। सूत्रों के मुताबिक, उम्मीदें पूरी भी होंगी। इनमें दो अहम हैं। पहली- किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाना। दूसरी- PM किसान सम्मान निधि को बढ़ाया जाना। सब्सिडी बढ़ाने की भी डिमांड है।