दुनियाभर में हर साल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की जयंती पर दो अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने शांति और सहिष्णुता के एक नए युग की शुरुआत करने पर जोर दिया. उन्होंने देशों से आग्रह किया कि वे शांति कार्यों के अहिंसा के संदेश पर ध्यान दें. संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2007 में अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाने का ऐलान किया गया था, ताकि अहिंसा का संदेश लोगों तक पहुंचाया जा सके.
UN महासचिव गुतारेस ने ट्वीट कर कहा, ‘नफरत, विभाजन और संघर्ष के दिन पूरे हो गए हैं. ये शांति, सच्चाई और सहिष्णुता के एक नए युग की शुरुआत करने का समय है. इस अंतराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के मौके और गांधी जी के जन्मदिन के अवसर पर आइए उनके शांति के संदेश पर ध्यान दें और सभी के लिए एक बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हों.’ इस साल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 152वीं जयंती हैं. उनका जन्म दो अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था.
देश आज मना रहा है गांधी जयंती
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 15 जून 2007 को महात्मा गांधी की जयंती को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव अपनाया गया था. इस प्रस्ताव को भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की शिक्षाओं की मदद से शांति, सहिष्णुता और समझ की संस्कृति को सुरक्षित करने के लक्ष्य के साथ पारित किया गया था. देश उनकी जयंती को गांधी जयंती के रूप में मनाता है, जो तीन राष्ट्रीय छुट्टियों में से एक है. बाकी की दो राष्ट्रीय छुट्टियां गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) और स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) हैं. देशभर में इस मौके पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.