चक्रवाती तूफान गुलाब के कारण बना निम्न दबाव का क्षेत्र अभी गुजरात तट, पूर्वोत्तर अरब सागर में है. इस बीच, आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि का कहना है कि यह 30 सितंबर तक एक डिप्रेशन में बदल जाएगा. साथ ही 1 अक्टूबर से ‘शाहीन’ नाम का एक नया चक्रवात बन जाएगा. इसके साथ ही आईएमडी ने मछुआरों के लिए चेतावनी जारी की है कि वह 3 अक्टूबर तक उत्तर, उससे सटे मध्य अरब सागर, गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के तटों पर न जाएं.
फिलहाल जो जानकारियां सामने आई हैं उनके मुताबिक शाहीन नाम का यह नया चक्रवाती तूफान भारत के पश्चिमी किनारे के समुद्री तटों से नहीं टकराएगा. यह महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्री तटों के दूर से ही होकर 1 अक्टूबर को ओमान की दिशा में बढ़ जाएगा. लेकिन इसकी वजह से महाराष्ट्र और गुजरात के समुद्री किनारे वाले हिस्सों में मूसलाधार बरसात होगी. यानी बरसात का जोर अभी कुछ दिनों तक कायम रहने वाला है.
इन राज्यों में हो सकती है बारिश
मौसम वैज्ञानियों के अनुसार अगले दो से तीन दिनों तक गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण, मराठवाड़ा, सौराष्ट्र और कच्छ आदि में बहुत तेज बारिश हो सकती है. वहीं झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है.
चक्रवात की सटीक जानकारी देगा एप्प
चक्रवात से जुड़ी सूचना और उससे बचाव की गतिविधियों के बारे में आम लोगों, आपदा प्रबंधकों आदि को सटीक जानकारी पहुंचाने के लिये भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) एक ऐप तैयार कर रहे हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया, ‘इस ऐप का मकसद चक्रवात की चेतावनी से जुड़ी नवीनतम सूचनाएं उपलब्ध कराना है. यह वेब आधारित ऐप होगा जो डायनेमिक कंपोजिट रिस्क एटलस पर आधारित होगा.’