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झारखंड सरकार खरीद-फरोख्त मामला | कांग्रेस नेताओं के ताजा बयान के बाद नाना पटोले के आरोपों की हवा निकली

झारखंड में कांग्रेस के विधायक न बीजेपी नेताओ से मिले, न हुई कोई गुप्त बैठक


रांची ब्यूरो : झारखंड में विधायकों के खरीद-फरोख्त मामले में हर दिन नया मोड़ आ रहा है. इस मामले से राजनितिक गलियारों में खुलकर चर्चाओं का दौर जारी है. लेकिन इसी बिच झारखंड में कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी और झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने न्यूज एजेंसी “एएनआई” से बातचीत में इस कथित मामले को सिरे से खारिज कर दिया है. इसके बाद महाराष्ट्र में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पडोले के आरोपों की हवा निकल गई है. उल्लेखनीय है कि इस कथित मामले में महाराष्ट्र बीजेपी के नेता चंद्रशेखर बावनकुले का नाम घसीटा जा रहा था.


कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा है कि कुछ विधायक हमसे मिलने आए थे. हमने कथित खरीद-फरोख्त की जो रिपोर्ट्स आ रही है उससे संबंधित चर्चा की. कुल मिलाकर, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि हम एक सरकार के रूप में बरकरार हैं और विधायकों के खिलाफ आरोप निराधार हैं. जो कहा जा रहा है वैसा हुआ ही नहीं है.

कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने उनके और विधायक उमाशंकर अकेला की भाजपा नेताओं के साथ कथित मुलाकात की खबरों पर यह कहा है कि हम “कांग्रेस भक्त” हैं, हमारे अंदर कांग्रेस का खून है. किसी भी कीमत पर हम अपनी पार्टी को नहीं छोड़ेंगे.


झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने यह कहा है कि, हम एक पार्टी के रूप में बरकरार हैं. मीडिया में जो कुछ आ रहा है वह सच नहीं है. हम पुलिस के सामने (तीन गिरफ्तार व्यक्तियों द्वारा) किए गए कबूलनामे पर भरोसा नहीं कर सकते.

दाल में काला होने की चर्चा

इधर झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार गिराने की कथित साजिश और विधायक खरीद-फरोख्त मामले में कांग्रेस विधायक, विधायक दल के नेता और प्रदेशाध्यक्ष के ताजा बयान के बाद ये चर्चा होने लगी है कि बीजेपी नेताओ के नाम इस मामले में जानबूझकर उछालकर इसे सनसनीखेज बनाने की कोशिश हो रही है. असल में दाल में वैसे ही कुछ काला है. इसे छुपाने के लिए ही इस मामले को बीजेपी नेताओ से जोड़े जाने की भी चर्चाये यहाँ व्याप्त है.

पहले ही नकार दिया था चंद्रशेखर बावनकुले ने

उल्लेखनीय है कि झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार गिराने की कथित साजिश और विधायक खरीद-फरोख्त मामले में अपना नाम उछाले जाने के तुरंत बाद ही महाराष्ट्र बीजेपी के महामंत्री तथा पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने ये साफ कह दिया था कि उनका इस मामले से कोई संबंध नहीं है. साथ ही उन्होंने ये बात भी कही थी कि यह कभी झारखण्ड ही नहीं गए है. ऐसे में इस मामले में लिप्त होने का आरोप ही पूरी तरह गलत है. इसी तरह चंदन सिंह ठाकुर ने भी इस मामले में नाम आने पर इसे सिरे से खरिज कर दिया है.

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