राजनीति की भेंट चढ़ गया था पहले चरण का कर्फ्यू
नागपुर ब्यूरो : नागपुर शहर में कोरोना वायरस की वजह से बढे संक्रमण पर रोक लगाने के लिए महापौर संदीप जोशी ने सितंबर माह में शनिवार और रविवार के जनता कर्फ्यू की घोषणा की थी. इसके बाद पहले चरण के जनता कर्फ्यू में जमकर राजनीति होती हुई दिखी थी. जिसके चलते पहला कर्फ्यू लगभग फेल साबित हुआ. अब शनिवार 26 सितंबर को दूसरे चरण का जनता कर्फ्यू आरंभ हुआ है. इससे पूर्व महापौर जोशी ने फिर एक बार अपील की है की इस जनता कर्फ्यू को सभी नागरिक सहयोग दें.
नागपुर के दूसरे चरण के ‘जनता कर्फ्यू’ के पहले दिन शनिवार की सुबह तुलना में कई इलाकों में कम भीड़ नजर आई. कुछ इलाको में दुकानें बंद दिखी, जो आमदिनों में सुबह सवेरे से ही शुरू हो जाती थी.
दोपहर से जनता कर्फ्यू हुआ फेल
नागपुर शहर में शनिवार (26 सितंबर) को घोषित जनता कर्फ्यू को सुबह के समय तो लोगों की भीड़ शहर में नहीं दिखी. लेकिन दोपहर होते होते शहर के ज्यादातर इलाकों में आम दिनों की तरह ही लोग सड़क और मार्केट में भीड़ करते हुए नजर आए. शहर की सड़कों पर शनिवार को आम दिनों की तरह ही यातायात नजर आ रहा था. वहीं शहर के हर मार्केट एरिया में हमेशा की तरह सी दुकानें खुल गई.
2300 के पार हुआ मौतों का आंकड़ा
शुक्रवार को जिले में कोरोना से मौतों का आंकड़ा 2300 पार हो गया. प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को 41 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई. इसी के साथ अब नागपुर जिले में मौतों की संख्या 2302 हो गई है. हालांकि अब राहत की बात ये जरूर है कि संक्रमितों की संख्या कम हो रही है.