राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा- चीन का नाम लेने से डरो मत
नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद के निचले सदन लोकसभा में लद्दाख मसले को लेकर सीमा पर बने तनाव के बारे में विस्तृत रूप से बयान दिया है. राजनाथ सिंह ने कहा, ”अभी की स्थिति के अनुसार, चीन ने LAC और अंदरूनी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सैनिक टुकड़ियां और गोलाबारूद मोबिलाइज किया हुआ है. पूर्वी लद्दाख और गोरगा, कोन्गकाला और पैंगॉन्ग लेक का उत्तरी और साउथ बैंक्स पर कई फ्रिक्शन एरियाज हैं. चीन की कार्रवाई के जवाब में हमारी सैन्य टुकड़ियों ने भी इन क्षेत्रों में उपयुक्त काउंटर डिप्लॉयमेंट किए हैं ताकि भारत के सिक्योरिटी इंटरेस्ट पूरी तरह सुरक्षित रहे.”
सदन को आश्वस्त रहना चाहिए कि हमारी armed forces इस चुनौती का सफलतापूर्वक सामना करेंगी।
Covid-19 के चुनौतीपूर्ण समय में, हमारी सेनाओं और ITBP की तेजी से deployment हुई है। उनके प्रयासों को ज़रूर सराहा जाना चाहिये। pic.twitter.com/Px3Gr2DqD9
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 15, 2020
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि इस सहमति के उल्लंघन में चीन द्वारा एक हिंसक फेस ऑफ की स्थिति 15 जून को गलवान में क्रिएट की गई. हमारे बहादुर सिपाहियों ने अपनी जान का बलिदान दिया पर साथ ही चीनी पक्ष को भी भारी क्षति पहुचाई और अपनी सीमा की सुरक्षा में कामयाब रहे. इस पूरी अवधि के दौरान हमारे बहादुर जवानों ने, जहां संयम की जरूरत थी वहां संयम रखा तथा जहां शौर्य की जरुरत थी, वहां शौर्य प्रदर्शित किया. मैं सदन से यह अनुरोध करता हूं कि हमारी सेना के दिलेरों की वीरता एवं बहादुरी की भूरि-भूरि प्रशंसा करने में मेरा सभी साथ दें.
रक्षामंत्री के बयान से साफ़ है कि मोदी जी ने देश को चीनी अतिक्रमण पर गुमराह किया।
हमारा देश हमेशा से भारतीय सेना के साथ खड़ा था, है और रहेगा।
लेकिन मोदी जी,
आप कब चीन के ख़िलाफ़ खड़े होंगे?
चीन से हमारे देश की ज़मीन कब वापस लेंगे?चीन का नाम लेने से डरो मत।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 15, 2020
मोदी जी कब चीन के ख़िलाफ़ खड़े होंगे?
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के इस बयान के बाद ही एक ट्वीट करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि, “रक्षामंत्री के बयान से साफ़ है कि मोदी जी ने देश को चीनी अतिक्रमण पर गुमराह किया। हमारा देश हमेशा से भारतीय सेना के साथ खड़ा था, है और रहेगा. लेकिन मोदी जी, आप कब चीन के ख़िलाफ़ खड़े होंगे? चीन से हमारे देश की ज़मीन कब वापस लेंगे? चीन का नाम लेने से डरो मत.”