महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा को लेकर चल रहे विवाद के बीच पहली बार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा पढ़ना है तो घर पर आकर पढ़िए, दादागीरी करने वालों से हमें निपटना आता है।
सीएम ने सोमवार को एक कार्यक्रम में कहा, ‘हनुमान चालीसा पढ़ने का एक तरीका होता है, लेकिन दादागीरी मत करिए। अगर ऐसा करेंगे तो बाला साहब ने सिखाया है कि दादागीरी से कैसे निपटना है।’ उद्धव ने आगे कहा कि हम घंटाधारी हिंदुत्व नहीं, गदाधारी हिंदुत्व का पालन करते हैं।
मैं जल्द ही एक रैली करूंगा, जहां सबकी खबर ली जाएगा। ये कमजोर हिंदुत्ववादी आए हैं। ये नकली नए हिंदुत्ववादी हैं। इनके बीच स्पर्धा चल रही है कि इसकी कमीज मुझसे ज्यादा भगवा कैसे? कुछ लोगों के पेट मे एसिडिटी हो गई है। उन्हें कोई काम नहीं है। बिना काम के भोंगे बजाना ही उनका काम है। मैं उन्हें तवज्जो नहीं देता।