नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ चल रही तनातनी के बीच 5 राफेल (Rafale) लड़ाकू विमानों की पहली खेप आज अंबाला एयरबेस पर औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) में शामिल की जा रही हैं. इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, फ्रांस के उनके समकक्ष फ्लोरेंस पार्ली (Florence Parly), CDS जनरल बिपिन रावत, वायुसेना प्रमुख आर के एस भदौरिया और रक्षा सचिव अजय कुमार शिरकत कर रहे है.
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh and the French Minister for the Armed Forces, Ms @florence_parly unveiling Rafale at Ambala Air Force Station. pic.twitter.com/I5926bLqXG
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) September 10, 2020
रक्षा मंत्री ने वायुसेना की तारीफ की
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस समय कहा कि राफेल का एयरफोर्स में शामिल होना गौरव का पल है. यह करोड़ों देशवासियों के लिए फक्र की बात है. उन्होंने ये भी कहां कि भारतीय वायुसेना ने हमेशा खुद को हर हालत में साबित कर भारत की ताक़त का दुश्मनों से लोहा मनवाया है. बदलते समय के साथ हमें भी तैयार रहना होगा. हमारी सेना के इरादे लोहे की तरह मजबूत है. हमारी वायुसेना अपने ऑपरेशन के लिए हमेशा तैयार रहती है. आपकी कार्रवाई ही भविष्य की लड़ाइयों में निर्णायक साबित होगी.
गठबंधन की निशानी : फ्लोरेंस पार्ली
फ्रांस की मिनिस्टर ऑफ़ आर्म्ड फोर्स फ्लोरेंस पार्ली ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत अपने आप में अलग है. राफेल दो देशो के बीच के गठबंधन की निशानी है. हम मेक इन इंडिया के लिए भी पूरा योगदान देंगे.
#RafaleInduction
IAF has formally inducted the #Rafale aircraft in 17 Squadron 'Golden Arrows' today, at Air Force Station, Ambala. The ceremony also marks #Rafale’s full operational entry into IAF.Glimpses of the Rafale in action with IAF. pic.twitter.com/WfohU5vMET
— Indian Air Force (@IAF_MCC) September 10, 2020
राफेल के लिए सर्व धर्म प्रार्थना
राफेल को इंडियन एयरफोर्स के बेड़े में शामील करने के इस कार्यक्रम के दौरान सभी धर्म के प्रमुखों ने प्रार्थना की. सभी ने भारतीय फौज की बढ़ती ताकत को सराहा.
ऐतिहासिक क्षण : वायुसेना प्रमुख
वायुसेना प्रमुख आर के एस भदौरिया ने राफेल को वायुसेना के बेड़े में शामिल किये जाने को ऐतिहासिक क्षण करार दिया. उहोने विश्वास जताया की इससे वायुसेना की ताक़त और बढ़ेगी.
पानी की बौछार से किया गया स्वागत
आज जब राफेल विमानों को वायुसेना के 17वें स्क्वॉड्रन में शामिल किया गया तो हवा में उड़ान भरकर जमीन पर लौटे विमानों को पानी की बौछारों से पारंपरिक सलामी दी गई.
- 29 जुलाई को पहली खेप के तहत पांच राफेल विमान भारत लाए गए थे. भारत ने लगभग चार साल पहले फ्रांस से 59,000 करोड़ रुपये में 36 राफेल विमान खरीदने का सौदा किया था.
- अगले दो सालों में वायुसेना में राफेल के दो स्क्वाड्रन में 36 विमान शामिल होंगे. राफेल का पहला स्क्वाड्रन अंबाला में और दूसरा पश्चिम बंगाल के हाशिमारा में होगा. राफेल अंबाला से पाकिस्तान पर और हाशिमारा से चीन पर नजर रखेगा.
इन खूबियों से लैस है राफेल
- राफेल 4.5 जनरेशन के दुनिया के बेहतरीन लड़ाकू विमानों में एक है. यह दो इंजन वाला मल्टी रोल एयरकाफ्ट है. यह एक ऐसा एयरक्राफ्ट है जो एक ही उड़ान में कई मिशन को अंजाम दे सकता है.
- राफेल में मेटेओर मिसाइल लगी हैं. यह 150 किलोमीटर तक हवा से हवा में मार करने वाली दुनिया की घातक मिसाइलों में से एक है.
- इसमें स्कैल्प मिसाइल भी लगी है जो हवा से जमीन पर मार करने के लिए है. यह 300 किलोमीटर तक दुश्मन के घर में घुसकर मार करने में सक्षम है.
- तीसरी मिसाइल मीका है, जो हवा से हवा में मार करती है. इसकी रेंज है करीब 80 किलोमीटर. साथ में इसमें खतरनाक हैमर मिसाइल भी है जो हवा से जमीन पर 60 किलोमीटर तक हमला कर सकती है.
- राफेल की रफ्तार 2,130 प्रतिघंटा है. यह रडार को चकमा देने में माहिर है. यह दूर से ही दुश्मन पर बाज की तरह नजर रख सकता है. एक मिनट में 60 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. यह 24500 किलोग्राम तक का वजन ले जाने में सक्षम है. यह परमाणु हमला भी कर सकता है.
- राफेल चीन के जे 20 और पाकिस्तान के एफ 16 से कहीं गुणा आगे है. इसके मुकाबले में यह दोनों विमान कहीं नहीं ठहरते.