नागपुर : गोरेवाड़ा इंटरनेशनल जू के पहले चरण का काम लगभग पूरा हो गया है. अगर आप नागपुर से काटोल रोड पर निकलते है तो फेटरी के पास आपको इसके भव्य गेट के दर्शन भी हो जाते है. लेकिन सूत्रों का कहना है कि इसका आगे का काम मुश्किल में पड़ सकता है, क्योंकि राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करनेवाली निजी कंपनी ने साथ छोड़ दिया है। ऐसे में प्रोजेक्ट की पूरी लगत का भुगतान सरकार को करना पड सकता है.
शहर से 10 किमी की दूरी पर गोरेवाड़ा का जंगल स्थित है। वर्ष 2007 में यहां 539 हेक्टेयर जमीन पर विकास करने की घोषणा वन मंत्रालय ने की थी। इस विकास कार्य में इंडियन सफारी के साथ अफ्रीकन सफारी की भी शुरुआत होनेवाली थी. लेकिन अब सूत्रों से पता चल रहा है कि प्रोजेक्ट से निजी कंपनी बाहर हो गई है, क्योंकि उसने डिपॉजिट राशि ही नहीं भरी है। ऐसे में फेज 2, 3 व 4 के काम के लिए नई कंपनी की तलाश सरकार को करनी पड़ सकती है। तब तक इस काम पर ग्रहण लग सकता है। जबकि नागपुर सहित विदर्भ के लोग गोरेवाड़ा इंटरनेशनल जू को लेकर काफी उम्मीदें लगाकर है.
फिलहाल निर्णय नहीं हुआ है
इस संदर्भ में कोई निर्णय नहीं हुआ है। जैसे ही कोई निर्णय लिया जाएगा, संबंधित जानकारी आप लोगो को दी जाएगी।
– रामबाबू, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन बल प्रमुख)
- फैक्ट एंड फीगर्स
- 450 करोड़ का प्रोजेक्ट
- 200 करोड़ राज्य सरकार
- 250 करोड़ निजी कंपनी