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मुख्यमंत्रियों की नक्सलवाद पर बैठक | शाह बोले- ‘वामपंथी उग्रवाद की घटनाओं में कमी दर्ज, नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास के लिए केंद्र प्रतिबद्ध’

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा स्थिति और विकास परियोजनाओं की एक समीक्षा बैठक के दौरान शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में वामपंथी उग्रवाद पर नकेल कसने में केंद्र और राज्यों के साझा प्रयासों से बहुत सफलता मिली है. उन्होंने बताया कि एक तरफ जहां वामपंथी उग्रवाद की घटनाओं में 23 फीसदी की कमी आई है, वहीं मौतों की संख्या में 21 फीसदी की कमी आई है.

गृह मंत्री ने कहा कि दशकों की लड़ाई में हम एक ऐसे मुकाम पर पहुंचे हैं, जिसमें पहली बार मौत की संख्या 200 से कम है और यह हम सबकी साझा और बहुत बड़ी उपलब्धि है. शाह ने कहा, “जिस समस्या के कारण पिछले 40 सालों में 16 हजार से अधिक नागरिकों की जान गई हैं, उसके खिलाफ लड़ाई अब अंत तक पहुंची है और इसकी गति बढ़ाने और इसे निर्णायक बनाने की जरूरत है.”

अमित शाह के साथ इस बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हिस्सा लिया. बैठक के लिए पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और केरल के मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन इन चार राज्यों का प्रतिनिधित्व राज्य के किसी मंत्री या शीर्ष अधिकारियों ने किया.

शाह ने इन राज्यों की जरूरतों, उग्रवादियों से निपटने के लिए तैनात बलों की संख्या, नक्सल प्रभावित इलाकों में किए जा रहे सड़कों, पुलों, विद्यालयों और स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण जैसे विकास कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि जब तक हम वामपंथी उग्रवाद की समस्या से पूरी तरह निजात नहीं पाते तब तक देश का और इससे प्रभावित राज्यों का पूर्ण विकास संभव नहीं है.

हथियार छोड़ने वालों का स्वागत- शाह

उन्होंने कहा, “भारत सरकार कई सालों से राजनीतिक दलों पर ध्यान दिए बिना दो मोर्चों पर लड़ाई लड़ती रही है. जो हथियार छोड़कर लोकतंत्र का हिस्सा बनना चाहते हैं उनका दिल से स्वागत है लेकिन जो हथियार उठाकर निर्दोष लोगों और पुलिस को आहत करेंगे, उनको उसी तरह जवाब दिया जाएगा. असंतोष का मूल कारण है आजादी के बाद पिछले 6 दशकों में विकास ना पहुंच पाना, इससे निपटने के लिए वहां तेज गति से विकास पहुंचाना और आम जनता और निर्दोष लोग उनके साथ ना जुड़ें, ऐसी व्यवस्था करना अति आवश्यक है.”

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