गढ़चिरोली रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक संदीप पाटिल ने दी जानकारी
नागपुर ब्यूरो : इन दिनों दंडकारण्य इलाके में नक्सली संगठनों का शहीद सप्ताह चल रहा है. नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के खिलाफ नए जमाने के युद्ध को अपना लिया है, अब वे मानव रहित हवाई वाहनों का उपयोग करने लगे है. इस क्षेत्र में वामपंथी चरमपंथी ड्रोन का इस्तेमाल सुरक्षाबलों पर नजर रखने के लिए कर रहे हैं. पुलिस उप महानिरीक्षक (गढ़चिरोली रेंज) संदीप पाटिल ने बताया, ”नक्सल छत्तीसगढ़ सीमा के पास हमारी चौकियों की निगरानी के लिए छोटे ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं. राज्य की सीमा पर सशस्त्र चौकियों और उप-पुलिस स्टेशनों के पास मानव रहित हवाई वाहन देखे गए हैं. पिछले 4-5 महीनों में हमने 7-8 घटनाएं दर्ज की हैं. सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए, हम ड्रोन विरोधी उपाय कर रहे हैं.”
उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में गोंदिया के पिपरीपाटा इलाके और गढ़चिरोली के वेंकटपुर में ड्रोन देखे गए. पाटिल ने कहा कि इस तरह के खतरों से निपटने के लिए क्षेत्र में सुरक्षाबल केंद्र सरकार की मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत जवाबी कदम उठा रहे हैं.
आपको बता दें कि 7 जून को सुकमा के दोरनापाल में संदिग्ध ड्रोन देखा गया था. जिसके बाद सिक्योरिटी फोर्स के बीच हड़कंप मच गया था. इसके बाद नक्सली इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों ने सभी सुरक्षा बलों को अलर्ट किया है कि संदिग्ध ड्रोन पर नज़र रखी जाए.
नक्सली, सुकमा-बस्तर समेत कई इलाकों में सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की फिराक में रहते हैं. बताया जाता है कि नक्सली इन ड्रोनों का इस्तेमाल क्षेत्रों की रेकी करने और इन इलाकों में सुरक्षा बलों की स्थिति का पता लगाने के लिए करते हैं. कुछ समय पहले गढ़चिरोली और दक्षिण बस्तर में नक्सलियों के पेलोड ड्रोन खरीदने की खबर भी सामने आई थी. नक्सलियों के द्वारा ड्रोन इस्तेमाल करने की खबरें सामने आने के बाद फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और वो ‘लाल आतंक’ की साजिश को नाकाम करने की कोशिश में जुटी हुई हैं.
हालांकि, उन्होंने कहा कि नक्सलियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे ड्रोन उन्नत नहीं हैं, जो पेलोड ले जा सकते हैं, बल्कि वे वीडियो शूट करने के लिए उपयोग किए जाते हैं. प्रारंभिक जांच के अनुसार, यूएवी हैदराबाद से खरीदे जा रहे हैं.
इस बीच गढ़चिरोली में आठ लाख रुपये के इनामी एक नक्सली दंपत्ति ने शुक्रवार को सरेंडर कर दिया. विनोद उर्फ मनीराम बोगा (32) और उसकी पत्नी कविता उर्फ सत्तो कोवाची (33) के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.
पुलिस के अनुसार, 2019 और 2021 के बीच गढ़चिरोली में 43 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इनमें दो दलम कमांडर, तीन डिप्टी दलम कमांडर, 33 दलम सदस्य और 1 जन मिलिशिया सदस्य शामिल हैं.