फूलों की अपनी एक अलग ही भाषा होती है. वे बगैर कुछ बोले बहुत कुछ बयां कर जाते हैं. ऐसे ही पारिजात के फूलों की अलग-अलग मुद्राओं को अपने कैमरे में कैद किया है नागपुर के मशहूर वरिष्ठ फोटोग्राफर उमेश वर्मा ने.
फूलों की अपनी एक अलग ही भाषा होती है. वे बगैर कुछ बोले बहुत कुछ बयां कर जाते हैं. ऐसे ही पारिजात के फूलों की अलग-अलग मुद्राओं को अपने कैमरे में कैद किया है नागपुर के मशहूर वरिष्ठ फोटोग्राफर उमेश वर्मा ने.