नई दिल्ली : अपनी कप्तानी और ‘फिनिशिंग’ के हुनर से महानतम क्रिकेटरों में शुमार दो बार के विश्व कप विजेता भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहकर पिछले एक साल से उनके भविष्य को लेकर लग रही अटकलों पर विराम लगा दिया। मैच को अंजाम तक ले जाने की कला के साथ भारतीय क्रिकेट के इतिहास के कई सुनहरे अध्याय लिखने वाले 39 वर्ष के धोनी के इस फैसले के साथ ही क्रिकेट के एक युग का भी अंत हो गया।
महेंद्र सिंह धोनी ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘अब तक आपके प्यार और सहयोग के लिए धन्यवाद। शाम सात बजकर 29 मिनट से मुझे रिटायर्ड समझिए।’
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धोनी ने आखिरी बार वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। उसके बाद से उनके रिटायरमेंट की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन वह मौन थे। अब जब आईपीएल के लिए वह चेन्नै कैंप में शामिल होने पहुंचे तो उन्होंने अपने फैसले का ऐलान कर दिया।
धोनी ने दिसंबर 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। बीते कई दिनों से इस विकेटकीपर बल्लेबाज के संन्यास को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। धोनी ने वर्ल्ड कप के बाद दो महीने का ब्रेक लिया था। वह वेस्ट इंडीज दौरे पर टीम के साथ नहीं थे और भारतीय सेना के साथ काम करने चले गए थे। धोनी ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में भी नहीं खेलने का फैसला किया।
MS Dhoni on Instagram: Consider me retired from 19:29 👀 pic.twitter.com/ZEgJL82x3h
— ICC (@ICC) August 15, 2020
इस पारी ने दी चमक
धोनी ने अपने अंतरराष्ट्रीय वनडे करियर की शुरुआत 2004 में की थी। अपने पांचवें वनडे इंटरनैशनल मैच में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ विशाखापत्तनम में ताबड़तोड़ 148 रनों की पारी खेली थी। 5 अप्रैल 2005 के इस मैच ने धोनी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के मंच पर चमका दिया था।